Koi Gesu, Koi Aanchal Hame Aawaj Na De

Koi Gesu, Koi Aanchal Hame Aawaj Na De,
Ab Kisi Aakh Ka Kajal Hame Awaj Na De,
Hum Hai Khamosh To Khamosh Hi Rehne Do Hame,
Koi Aahat Koi Halchal Hame Awaj Na De,

Hum Ne Tanhai Ko Mehboob Bana Rakha Hai,
Raakh Ke Dher Ne Sholo Ko Daba Rakha Hai,

Phir Pukara Hai Mohabat Ne Hame Kya Kijye,
Di Sada Husn Ki Janat Ne Hame Kya Kijye,
Jis Ke Saye Se Bhi Aksar Hame Dar Lagta Tha,
Choo Liya Akhir Usey Hasrat Me Kya Kijye,
Hamne Jasbat Ke Daman Ko Bacha Rakha Hai,
Raakh Ke Dher Ne Sholo Ko Daba Rakha Hai,


Raas Ayena Kabhi Pyar Ke Halat Hame,
Dil Ke Is Khel Mein Har Bar Hui Mat Hame,
Kya Karenge Kaha Jayenge Kidhar Jayenge,
De Gayi Jabbhi Daga Yeh Mulakat Hame,
Bas Isi Soch Ne Hame Devana Bana Rakha Hai,
Raakh Ke Dher Ne Sholo Ko Daba Rakha Hai.
 Lyrics: Mohinder Dehelvi
कोई गेसू कोई आँचल हमे आवाज़ ना दे,
अब किसी आँख का काजल हमे आवाज़ ना दे,
हम हे खामोश तो खामोश ही रहने दो हमे,
कोई आहट कोई हल-चल हमे आवाज़ ना दे,

हमने तन्हाइ को मेहबूब बना रखा है,
रख के ढेर में शोलों को दबा रखा है,

राख के ढेर को बिखरा गई जब तैज़ हवा,
सुनी-सुनी सी फिजां ओ में धुँआ उठने लगा,
आँच देने को उभर आई चिंगारी,
ओर भडकता हुआ शोला भी नजर आने लगा,
किस कदर आग को सीने में छुपा रखा है,
रख के ढेर में शोलों को दबा रखा है,
सोये जज़्बात को उकसा के ये क्या कर बैठे,
आज हम जोश में यूँ आके ये क्या कर बैठे,
तक रहे हे सभी हैरान निगाहों से हमे,
हम भी हैरान हे, गभराके ये क्या कर बैठे,
क्या हुआ था हमे क्यू होंश गवा रखा है,
राख के ढेर में शोला को दबा रखा है,
 
फिर पुकारा हे महोब्बत ने हमे क्या कीजे,
दी सदा हुश्न की जन्नत ने हमे क्या कीजे,
जिसके सा इश्क की अक‍सर हमे डर लगता था,
छु लिया फिर उसी हसरत ने हमे क्या कीजे,
हमने जज़्बात से दामन को बचा रखा है,

राश आए ना  कभी प्यार के हालात हमे,
दिल के इस खेल में हर बार हुई मत हमे,
क्या करेंगे, कहा जायेंगे किधर जायेंगे,
दे गई जब भी दगा गर ये मुलाकात हमे,
राख के ढेर में शोला को दबा रखा है,
*****This song is from movie “Ek Baar Kaho” (1980)
शायर:महेंद्र दहलवी
Listen/watch on Youtube:
Jagjit Singh

Full Song

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