tag:blogger.com,1999:blog-1684943081567844145.post6715164284744637841..comments2023-10-30T03:53:38.892-07:00Comments on Lyrics of Ghazals of Jagjit Singh and Ghulam Ali: Paseene Paseene Hue Jaa Rahe HoAshwani Kumarhttp://www.blogger.com/profile/16096027301263582508noreply@blogger.comBlogger7125tag:blogger.com,1999:blog-1684943081567844145.post-34161398607430848122016-02-28T23:17:57.446-08:002016-02-28T23:17:57.446-08:00विनय रंजन जी,
बहुत बहुत शुक्रिया आपका...! मैं...विनय रंजन जी,<br /> बहुत बहुत शुक्रिया आपका...! मैं सुधार कर रहा हूँ...<br /> वीडियो पर राईट क्लिक कर के आप वीडियो लिंक पा सकते हैं!<br />सभारAshwani Kumarhttps://www.blogger.com/profile/16096027301263582508noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1684943081567844145.post-23925538122294637942016-02-28T21:46:21.572-08:002016-02-28T21:46:21.572-08:00कृपया इस पंक्ति को ठीक कर लें
-"हमें सब्र करन...कृपया इस पंक्ति को ठीक कर लें<br />-"हमें सब्र करने की *कह तो रहे हो"<br />*कह की बजाय (यह) छप गया है।<br />-"बहारों के मौसम में *मुरझा [मुर्झा] गये हो।"<br />प्रयास बेहतरीन है,वीडियो के साथ लिंक भी दिया करें तो बेहतर होगा, सधन्यवाद<br /><br />उत्तर दें हटाएंvinay ranjanhttps://www.blogger.com/profile/09337333186000595414noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1684943081567844145.post-86789304556929915452016-02-28T21:46:09.457-08:002016-02-28T21:46:09.457-08:00कृपया इस पंक्ति को ठीक कर लें
-"हमें सब्र करन...कृपया इस पंक्ति को ठीक कर लें<br />-"हमें सब्र करने की *कह तो रहे हो"<br />*कह की बजाय (यह) छप गया है।<br />-"बहारों के मौसम में *मुरझा [मुर्झा] गये हो।"<br />प्रयास बेहतरीन है,वीडियो के साथ लिंक भी दिया करें तो बेहतर होगा, सधन्यवाद<br /><br />उत्तर दें हटाएंvinay ranjanhttps://www.blogger.com/profile/09337333186000595414noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1684943081567844145.post-35951574497839949622016-02-28T21:45:28.716-08:002016-02-28T21:45:28.716-08:00कृपया इस पंक्ति को ठीक कर लें
-"हमें सब्र करन...कृपया इस पंक्ति को ठीक कर लें<br />-"हमें सब्र करने की *कह तो रहे हो"<br />*कह की बजाय (यह) छप गया है।<br />-"बहारों के मौसम में *मुरझा [मुर्झा] गये हो।"<br />प्रयास बेहतरीन है,वीडियो के साथ लिंक भी दिया करें तो बेहतर होगा, सधन्यवाद💐<br />vinay ranjanhttps://www.blogger.com/profile/09337333186000595414noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1684943081567844145.post-40122749823092939322016-02-28T21:44:03.349-08:002016-02-28T21:44:03.349-08:00कृपया इस पंक्ति को ठीक कर लें
-"हमें सब्र करन...कृपया इस पंक्ति को ठीक कर लें<br />-"हमें सब्र करने को *कह तो रहे हो"<br />*कह की बजाय (यह) छप गया है।<br />-"बहारों के मौसम में *मुरझा [मुर्झा] गये हो।"<br />प्रयास बेहतरीन है,वीडियो के साथ लिंक भी दिया करें तो बेहतर होगा, सधन्यवाद।<br /><br />vinay ranjanhttps://www.blogger.com/profile/09337333186000595414noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1684943081567844145.post-40604652254484353602016-02-28T21:43:44.241-08:002016-02-28T21:43:44.241-08:00कृपया इस पंक्ति को ठीक कर लें
-"हमें सब्र करन...कृपया इस पंक्ति को ठीक कर लें<br />-"हमें सब्र करने को *कह तो रहे हो"<br />*कह की बजाय (यह) छप गया है।<br />-"बहारों के मौसम में *मुरझा [मुर्झा] गये हो।"<br />प्रयास बेहतरीन है,वीडियो के साथ लिंक भी दिया करें तो बेहतर होगा, सधन्यवाद।<br /><br />vinay ranjanhttps://www.blogger.com/profile/09337333186000595414noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-1684943081567844145.post-55892946497095762082016-02-28T21:40:43.185-08:002016-02-28T21:40:43.185-08:00इस टिप्पणी को लेखक द्वारा हटा दिया गया है.vinay ranjanhttps://www.blogger.com/profile/09337333186000595414noreply@blogger.com